रविवार, 21 मार्च 2010

माँ और मातृभूमि

नमन करो तुम उस भारत को, जिस पर तुमने जन्म लिया।
नमन करो तुम उस जननी को, जिसने तुम्हे है जन्म दिया॥

करो प्रतिज्ञा की हम, भारत माँ की लाज बचायेंगे।
जिस जननी ने जन्म दिया, नित उसको शीश नवायेंगे॥

भारत माँ की आन की खातिर, हम अपना शीश कटा देंगे।
माँ की ममता की खातिर, हम अपनी बलि चढ़ा देंगे॥

भारत माँ की खोई गौरव को हम वापिस लायेंगे।
माँ की दूध की खातिर, हम अपना धरम निभाएंगे॥

हम-तुम भी इस देश की खातिर, अपनी जान लड़ा देंगे।
जिस माँ ने हमको जन्म दिया, उस माँ का क़र्ज़ चुका देंगे॥

(डेढ़ दशक पहले के भाव) जारी है.........

जय हिंद!

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें